अभिषेक बनर्जी ने कहा कि तृणमूल के सभी साथी बहुत ही जिम्मेदारी के साथ काम करते रहे हैं।
कूचबिहार से प्रकाश चन्द्रा की रिपोर्ट। तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा है कि जनता के सर्टिफिकेट से ही कोई तृणमूल का उम्मीदवार बन सकता है अथवा और कोई उपाय नहीं है। मंगलवार से जनसंयोग यात्रा तृणमूल जनज्वार की शुरुआत के पहले दिन अभिषेक बनर्जी ने साहिबगंज मैदान ,दिन हाटा के गोसाईबारी, सीतलकुची में धुआंधार जनसंयोग अभियान चलाया और सभी लोगों को आश्वस्त किया कि आप लोग खुलकर बैलट बॉक्स में अपने मतदान का प्रयोग करें। आपके द्वारा दिए गए नामों पर ही हम लोग अंतिम मुहर देंगे। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की कोई भी कोताही मैं बर्दाश्त नहीं करूंगा। यह एक पूरी तरह से पारदर्शी कार्यक्रम है और पारदर्शिता ही इसका एकमात्र मूल मंत्र है। अभिषेक बनर्जी ने कहा कि तृणमूल के सभी साथी बहुत ही जिम्मेदारी के साथ काम करते रहे हैं। जब हम लोग पंचायत स्तर को मजबूती प्रदान करेंगे तो निश्चित तौर पर ऊपर का स्तर अपने आप मजबूत हो जाएगा इसलिए हमारी जिम्मेदारी दोहरी हो जाती है। हमें ग्रासरूट से लेकर टॉप तक बुलंद बनाने की जरूरत है ।उन्होंने कहा कि मैं 60 दिनों तक कोलकाता नहीं लौटूंगा। 60 दिनों तक आपके बीच में रहकर आपकी बातों को सुनूंगा। आपको जो भी कुछ समस्या है वह मुझे आप सीधे तौर पर कह सकते हैं ।हर समस्या को सुनने के लिए मैं आपके बीच आया हूं। पंचायत चुनाव में किसी प्रकार का कोई भी झमेला ना हो इस बात को पूरी तरह से सुनिश्चित करना होगा ।विरोधियों का काम विरोध करना होता है लेकिन हम लोग अपने स्तर पर क्यों ना एक ऐसी योजना तैयार करें जिसके दम पर पंचायत चुनाव व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाए और यह हम और आप ही मिल कर कर सकते हैं। अभिषेक बनर्जी ने अपने कार्यकर्ताओं से कहा कि एकजुट होकर हमें कार्य करने की जरूरत है। चाहे कुछ भी हो जाए हम लोग पीछे हटने वाले नहीं हैं। शांति के साथ और ठोस कार्य करने के लिए तृणमूल कार्यकर्ता पूरे देश भर में मशहूर है। हमें कोई भी हिला नहीं सकता। जनता जिसे अपना सर्टिफिकेट देगी उसे ही हम लोग तृणमूल का उम्मीदवार बनाएंगे। पूरे देश भर में तृणमूल ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जिसने इतना बड़ा कदम उठाया है और इसकी जिम्मेदारी मैंने अपने सिर पर ली है। और मैं इसे हर हाल में पूरा कर रहूँगा। उन्होंने कहा कि मैंने कूचबिहार के मदन मोहन मंदिर में और बामानहाट मधाईकल काली मंदिर में जाकर प्रार्थना की है और प्रत्येक तृणमूल कार्यकर्ताओं के लिए आशीर्वाद मांगा है ।मैं जानता हूं कि तृणमूल कार्यकर्ता अगर अपने जिद पर उतर जाए तो वह किसी भी कार्य को भलीभांति करने में माहिर हैं। मैं आप लोगों में जोश जगाने आया हूं ।उत्साह जगाने आया हूं। लेकिन अति उत्साह ठीक नहीं। उन्होंने कहा कि पंचायत स्तर को हर हाल में मजबूत बनाने की जरूरत है। पिछले 5 सालों में हम लोगों ने जो भी विकास कार्य किए हैं उसे जन-जन तक पहुंचाना होगा ।अभिषेक ने बाम जमाने का जिक्र करते हुए कहा कि साल 2003 में और 2008 में जब पंचायत चुनाव हुए थे उस वक्त मतदान देने से लोग डरते थे। नामांकन तक नहीं होते थे ।हम लोगों ने वह दिन देखा है ।लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। तृणमूल शांति स्थापित करना चाहती है। हम लोग कभी भी अराजकता की राजनीति पर विश्वास नहीं करते। हमेशा एक दूसरे का साथ लेकर आगे बढ़ने के प्रयास में रहते हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के हाथ को और मजबूत करना होगा। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हमेशा आप लोगों के बारे में सोचती रहती है। गांव-गांव घूम कर उन्होंने एक रिकॉर्ड स्थापित किया है ।हर आम आदमी की उन्हें फिक्र रहती है। मैं चाहता हूं कि इसी तरह से यह कारवां चलता रहे और पंचायत चुनाव में हम लोग एक बार फिर से शांतिपूर्वक चुनाव कर भारतवर्ष के तमाम पार्टियों को एक संदेश दें अगर तृणमूल कार्यकर्ता पारदर्शिता के साथ काम करने पर उतर जाते हैं तो मंजिल मिलकर ही रहती है। उन्होंने कहा कि मतामत कार्यक्रम एक ऐसा कार्यक्रम है जो आगे चलकर दूसरी पार्टियों को ग्रहण करना ही होगा। क्योंकि पश्चिम बंगाल जिस प्रकार से जो आज सोचता है उसे देश कल सोचता है। उसी तरह से तृणमूल जिस योजना को आज सोचती है उसे ही आगे चलकर दूसरी पार्टियां कल सोचती हैं।
पहरेदार का नाम अभिषेक है याद रखना
तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा कि अति उत्साही होकर शितलकुची के गोसाईबारी मैदान में मेरे द्वारा रखे गए बैलट बॉक्स को उजाड़ने की बात मैंने सुनी है ।दरअसल कुछ कार्यकर्ता ज्यादा उत्साह में आ गए थे। जिसकी वजह से यह घटना घटी है। उन्होंने कहा कि उत्साह पर नियंत्रण रखने की जरूरत है और सभी कोई कान खोल कर सुन ले पहरेदार का नाम अभिषेक बनर्जी है ।आगे से कोई भी ऐसा काम ना हो जिसमें उत्साह ज्यादा दिखाई दे ।उत्साह एक हद तक अच्छा लगता है। अभिषेक बनर्जी ने कहा कि बुधवार सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक फिर से शितलकुची के गोसाई मैदान में बैलट बॉक्स में वोटिंग होगी और शाम को मैं इसकी रिपोर्ट स्वयं लूंगा।
बामनहाट कैम्प से पैदल चलकर अभिषेक की माधाईकल काली मंदिर में पूजा
मंगलवार को अभिषेक बनर्जी बामनहाट कैंप से जनसंयोग यात्रा की शुरुआत करते हुए पैदल चलकर माधाईकल काली मंदिर पहुंचे एवं वहां विधि विधान के साथ पूजा-अर्चना की। अपनी यात्रा को लेकर आशीर्वाद भी लिया। इससे पहले सोमवार को उन्होंने मदन मोहन मंदिर में भी पूजा अर्चना की थी। अभिषेक जब पैदल गांव के बीच से जा रहे थे तो उन्हें देखने के लिए बच्चे और युवाओं में भारी क्रेज दिखा। अभिषेक ने कई बच्चों के साथ सेल्फी भी ली और नवजात को गोद में भी खिलाया। अभिषेक ने चलते चलते कई लोगों की समस्याओं का शिकायत पत्र भी इकठ्ठा किया जिसपर कारवाई की जाएगी।
प्रेम और रहमान को न्याय दिलवा कर रहूँगा:अभिषेक
पिछले कुछ महीने पहले बीएसएफ शूटआउट में मारे गए प्रेम कुमार बर्मन और मुफज्जल रहमान के परिवार वालों ने बामनहाट कैंप में जाकर तृणमूल महासचिव अभिषेक बनर्जी से मुलाकात की एवं न्याय की गुहार लगाई। अभिषेक बनर्जी ने परिवार वालों के साथ बहुत ही सौजन्यता के साथ मुलाकात की और उनका दुख-दर्द साझा किया। अभिषेक ने कहा कि जिस हद तक जाना होगा मैं जाऊंगा लेकिन आपके परिवार को मैं न्याय दिलवाकर रहूंगा। शीतलकुची में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अभिषेक ने कहा कि मुझे पता चला है कि प्रेम कुमार वर्मन को बीएसएफ ने 180 गोलियों से छलनी किया। जो हथियार आतंकवादियों पर प्रयोग किए जाते हैं उन हथियारों का प्रयोग प्रेम कुमार बर्मन जैसे आम आदमी पर किया गया।यह कहाँ का न्याय हैं। उन्होंने कहा कि चाहे कुछ भी हो मैं प्रेम कुमार बर्मन और मुफज्जल रहमान के परिवार वालों को न्याय दिलवा कर करूंगा।